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यह पेज holi festival और उससे जुड़े हुए विषयों के बारे में है। यह हमारे देश का बहुत ही महत्वपूर्ण उत्सव हे, और पुरे भारत वर्ष में काफी उत्साहपूर्वक और अलग अलग तरीके से मनाई जाती हे। मथुरा और वृन्दावन में तो यह एक हफ्ते पहले से ही इसका जशन प्रारम्भ हो जाता हे। इस फेस्टिवल की रोचक जानकारी के लिए आप इस पर देखे https://thefactfile.org/holi-facts/. दिवाली जो की रौशनी का चार दिन का त्योहर की शायरी के लिए https://sheroshayari73.in/happy-diwali-wishes-in-hindi/
HAPPY HOLI WISHES
आ गया होली का त्यौहार, यह तो है रंगों की बहार घर घर मे बनती है गुजिया, बढ़िया बनाने के लिए नेट से ले सकते है आईडिया
यह है एकमात्र ऐसा पर्व
भांग भरी ठंडाई खुब होती सर्व
होली की चढ़ती है ऐसी खूमारी, बच्चे सुबह से ही भरने मे लग जाते है पिचकारी
HOLI FESTIVAL COLOUR
रंग चाहे पीला, नीला हो या गुलाबी, ऐसा ना हो की त्वचा मे आ जाए खराबी तरह तरह के गुब्बारो मे मेहनत करके हमने भरा पानी,
पर किसी और ने फेक कर ली बेईमानी
ऐसा तो होना स्वाभाविक है इसलिए बिल्कुल भी नही हुई हैरानी
होली चाहे हम खेली या ना खेली,
रंग भरी बाल्टी हम पर उडेली
होली चाहे छोटी हो या बडी,
एक दूसरे को रंगने की होती है बेहद ही हड़बड़ी
HOLI FESTIVAL HISTORY
गुलाल भले ही हो आर्गेनिक या हर्बल,
यह तो आपस में लगाने के लिए हो जाते सफल
होली हे जीत बुराई पर अच्छाई,
क्या सॉलिड मस्ती हे छाई
यह दर्शाता राधा कृष्ण का प्रेम,
हाई ऑन लव ईनिशिएली से पड़ा इसका नेम
कृष्ण खेला करते रंगो से वृन्दावन, गोकुल
राधा को रंगते ताकि रंग रूप से हो जाए उनके अनुकूल
इसलिए कलर पोतने को एकदम रहते व्याकुल
HOLIKA HOLIKA
होलिका दहन के लिए इकठ्टी होती लकड़ी,
हर तरह की हो सकती कमजोर या तगड़ी
सब बुराइयां हो जाए स्वाहा आग,
लोग बड़ चढ़कर इसमें लेते भाग
आयोजित होती यह दिन होली छोटी
काफी मशहूर उत्सव हे जहाँ विश्व की सबसे ऊँची चोटी
है यह बात बिलकुल सटीक,
इस दिन की आग राक्षसी होलिका के दहन का हे प्रतीक
HOLI FESTIVAL CLOTHES
होली पर पुराने कपडे करते धारण,
रंग से सरोबार हो जाते, हे इसका कारण
वैसे आप ट्राई कर सकते हे बंधेज की रंगाई,
पक्का हो या कच्चा रंग वो इसमें समाई
चाहे तो पहन सकते हे ड्रेस फ्लोरल डिज़ाइन
यह बस कलर ऐड कर देगा आपके फूल के पैटर्न
अगर आप कैरी करते हे ऑउटफिट वाइट ,
फिर तो नीला हो या लाल कोई सा उस पर डले बन जाता वो स्पॉटलाइट
HOLI FESTIVAL OF INDIA
होली भारत में मनाई जाती कही लठ मार,
तो कई जगह पर छिड़क कर गुलाल का पाउडर
मथुरा में लोग चढ़ जाते मटकी फोड़,
कृष्ण जी का नाम पड़ा रणछोड़
बांके बिहारी वृन्दावन में खेलते होली फ्लावर,
वही कोलकत्ता में केसरी रंग से सजे गाने गाते टैगोर
एकदम शाही अंदाज़ मनाई जाती यह उदयपुर,
भांग वाली ठंडाई प्रतियोगिता देखनी हो तो रुख करे पुष्कर
Gajab shero shayari
thanks